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− | ==حکایت بوعبیدو جابان در معنی اخوت اسلامیہ==
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− | شد اسیر مسلمی اندر نبرد<br>
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− | قائدی از قائدان یزد جرد<br>
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− | گبر باران دیدہ و عیار بود<br>
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− | حیلہ جو و پرفن و مکار بود<br>
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− | از مقام خود خبردارش نکرد<br>
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− | ہم ز نام خود خبردارش نکرد<br>
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− | گفت می خواہم کہ جان بخشی مرا<br>
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− | چون مسلمانان امان بخشی مرا<br>
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− | کرد مسلم تیغ را اندر نیام<br>
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− | گفت خونت ریختن بر من حرام<br>
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− | چون درفش کاویانی چاک شد<br>
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− | آتش اولاد ساسان خاک شد<br>
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− | آشکارا شد کہ جابان است او<br>
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− | میر سربازان ایران است او<br>
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− | قتل او از میر عسکر خواستند<br>
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− | از فریب او سخن آراستند<<br>
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− | بوعبید آن سید فوج حجاز<br>
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− | در وغا عزمش ز لشکر بے نیاز<br>
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− | گفت اے یاران مسلمانیم ما<br>
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− | تار چنگیم و یک آہنگیم ما<br>
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− | نعرہ ی حیدر نوای بوذر است<br>
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− | گرچہ از حلق بلال و قنبر است<br>
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− | ہر یکے از ما امین ملت است<br>
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− | صلح وکینش، صلح وکین ملت است<br>
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− | ملت ار گردد اساس جان فرد<br>
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− | عہد ملت می شود پیمان فرد<br>
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− | گرچہ جابان دشمن ما بودہ است<br>
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− | مسلمی او را امان بخشودہ است<br>
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− | خون او اے معشر خیرالانام<br>
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− | بر دم تیغ مسلمانان حرام<br>
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