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− | ==در معنی اینکہ ملت محمدیہ نہایت زمانی ہم ندارد==
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− | ===در معنی اینکہ ملت محمدیہ نہایت زمانی ہم ندارد کہ دوام این ملت شریفہ موعود است===
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− | در بہاران جوش بلبل دیدہ ئی<br>
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− | رستخیز غنچہ و گل دیدہ ئی<br>
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− | چون عروسان غنچہ ہا آراستہ<br>
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− | از زمین یک شہر انجم خاستہ<br>
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− | سبزہ از اشک سحر شوئیدہ ئی<br>
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− | از سرود آب جو خوابیدہ ئی<br>
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− | غنچہ ئی بر می دمد از شاخسار<br>
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− | گیردش باد نسیم اندر کنار<br>
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− | غنچہ ئی از دست گلچین خون شود<br>
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− | از چمن مانند بو بیرون رود<br>
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− | بست قمری آشیان بلبل پرید<br>
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− | قطرہ ی شبنم رسید و بو رمید<br>
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− | رخصت صد لالہ ی ناپایدار<br>
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− | کم نسازد رونق فصل بہار<br>
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− | از زیان گنج فراوانش ہمان<br>
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− | محفل گلہای خندانش ہمان<br>
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− | فصل گل از نسترن باقی تر است<br>
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− | از گل و سرو و سمن باقی تر است<br>
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− | کان گوھر پروری گوہر گری<br>
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− | کم نگردد از شکست گوہری<br>
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− | صبح از مشرق ز مغرب شام رفت<br>
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− | جام صد روز از خم ایام رفت<br>
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− | بادہ ہا خوردند و صہبا باقی است<br>
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− | دوشہا خون گشت و فردا باقی است<br>
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− | ہمچنان از فردہای پی سپر<br>
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− | ہست تقویم امم پایندہ تر<br>
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− | در سفر یار است و صحبت قائم است<br>
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− | فرد رہ گیر است و ملت قائم است<br>
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− | ذات او دیگر صفاتش دیگر است<br>
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− | سنت مرگ و حیاتش دیگر است<br>
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− | فرد بر می خیزد از مشت گلی<br>
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− | قوم زاید از دل صاحب دلی<br>
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− | فرد پور شصت و ہفتاد است و بس<br>
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− | قوم را صد سال مثل یک نفس<br>
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− | زندہ فرد از ارتباط جان و تن<br>
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− | زندہ قوم از حفظ ناموس کہن<br>
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− | مرگ فرد از خشکی رود حیات<br>
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− | مرگ قوم از ترک مقصود حیات<br>
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− | گرچہ ملت ہم بمیرد مثل فرد<br>
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− | از اجل فرمان پذیرد مثل فرد<br>
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− | امت مسلم ز آیات خداست<br>
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− | اصلش از ہنگامہ ی "قالوا بلی" ست<br>
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− | از اجل این قوم بے پرواستی<br>
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− | استوار از "نحن نزلنا"ستی<br>
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− | ذکر قائم از قیام ذاکر است<br>
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− | از دوام او دوام ذاکر است<br>
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− | تا خدا "ان یطفئوا" فرمودہ است<br>
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− | از فسردن این چراغ آسودہ است<br>
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− | امتے در حق پرستی کاملے<br>
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− | امتے محبوب ہر صاحبدلے<br>
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− | حق برون آورد این تیغ اصیل<br>
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− | از نیام آرزوہای خلیل<br>
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− | تا صداقت زندہ گردد از دمش<br>
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− | غیر حق سوزد ز برق پیہمش<br>
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− | ما کہ توحید خدارا حجتیم<br>
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− | حافظ رمز کتاب و حکمتیم<br>
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− | آسمان با ما سر پیکار داشت<br>
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− | در بغل یک فتنہ ی تاتار داشت<br>
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− | بندہا از پا گشود آن فتنہ را<br>
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− | بر سر ما آزمود آن فتنہ را<br>
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− | فتنہ ئی پامال راہش محشری<br>
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− | کشتہ ی تیغ نگاہش محشری<br>
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− | خفتہ صد آشوب در آغوش او<br>
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− | صبح امروزی نزاید دوش او<br>
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− | سطوت مسلم بخاک و خون تپید<br>
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− | دید بغداد آنچہ روما ہم ندید<br>
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− | تو مگر از چرخ کج رفتار پرس<br>
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− | زان نو آئین کہن پندار پرس<br>
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− | آتش تاتاریان گلزار کیست؟<br>
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− | شعلہ ہای او گل دستار کیست؟<br>
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− | زانکہ ما را فطرت ابراہیمی است<br>
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− | ہم بہ مولا نسبت ابراہیمی است<br>
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− | از تہ آتش بر اندازیم گل<br>
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− | نار ھر نمرود را سازیم گل<br>
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− | شعلہ ہای انقلاب روزگار<br>
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− | چون بباغ ما رسد گردد بہار<br>
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− | رومیان را گرم بازاری نماند<br>
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− | آن جہانگیری، جہانداری نماند<br>
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− | شیشہ ی ساسانیان در خون نشست<br>
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− | رونق خمخانہ یونان شکست<br>
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− | مصر ھم در امتحان ناکام ماند<br>
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− | استخوان او تہ اھرام ماند<br>
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− | در جہان بانگ اذان بودست و ہست<br>
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− | ملت اسلامیان بودست و ہست<br>
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− | عشق آئین حیات عالم است<br>
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− | امتزاج سالمات عالم است<br>
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− | عشق از سوز دل ما زندہ است<br>
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− | از شرار لاالہ تابندہ است<br>
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− | گرچہ مثل غنچہ دلگیریم ما<br>
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− | گلستان میرد اگر میریم ما<br>
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