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− | '''مذہب غلامان'''
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− | در غلامی عشق و مذہب را فراق
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− | انگبین زندگانی بد مذاق
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− | عاشقی، توحید را بر دل زدن
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− | وانگہی خود را بہر مشکل زدن
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− | در غلامی عشق جز گفتار نیست
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− | کار ما گفتار ما را یار نیست
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− | کاروان شوق بی ذوق رحیل
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− | بی یقین و بی سبیل و بی دلیل
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− | دین و دانش را غلام ارزان دہد
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− | تا بدن را زندہ دارد جان دہد
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− | گرچہ بر لبہای او نام خداست
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− | قبلۂ او طاقت فرمانرواست
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− | طاقتی نامش دروغ با فروغ
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− | از بطون او نزاید جز دروغ
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− | این صنم تا سجدہ اش کردی خداست
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− | چون یکی اندر قیام آئی فناست
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− | آن خدا نانی دہد جانی دہد
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− | این خدا جانی برد نانی دہد
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− | آن خدا یکتا ست این صد پارہ ایست
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− | آن ہمہ را چارہ این بیچارہ ایست
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− | آن خدا درمان آزار فراق
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− | این خدا اندر کلام او نفاق
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− | بندہ را با خویشتن خوگر کند
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− | چشم و گوش و ہوش را کافر کند
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− | چون بجان عبد خود راکب شود
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− | جان بہ تن لیکن ز تن غایب شود
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− | زندہ و بیجان چہ رازست این نگر
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− | با تو گویم معنی رنگین نگر
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− | مردن و ہم زیستن اے نکتہ رس
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− | این ہمہ از اعتبارات است و بس
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− | ماہیان را کوہ و صحرا بی وجود
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− | بہر مرغان قعر دریا بی وجود
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− | مرد کر سوز نوا را مردہ ئے
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− | لذت صوت و صدا را مردہ ئی
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− | پیش چنگی مست و مسرور است کور
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− | پیش رنگی زندہ در گور است کور
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− | روح با حق زندہ و پایندہ ایست
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− | ورنہ این را مردہ آن را زندہ ایست
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− | آنکہ حی لایموت آمد حق است
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− | زیستن باحق حیات مطلق است
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− | ہر کہ بی حق زیست جز مردار نیست
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− | گرچہ کس در ماتم او زار نیست
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− | از نگاہش دیدنی ہا در حجاب
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− | قلب او بی ذوق و شوق انقلاب
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− | سوز مشتاقی بہ کردارش کجا
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− | نور آفاقی بہ گفتارش کجا
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− | مذہب او تنگ چون آفاق او
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− | از عشا تاریک تر اشراق او
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− | زندگی بار گران بر دوش او
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− | مرگ او پروردۂ آغوش او
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− | عشق را از صحبتش آزار ہا
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− | از دمش افسردہ گردد نار ہا
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− | نزد آن کرمی کہ از گل بر نخاست
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− | مہر و ماہ و گنبد گردان کجاست
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− | از غلامی ذوق دیداری مجوی
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− | از غلامی جان بیداری مجوی
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− | دیدۂ او محنت دیدن نبرد
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− | در جہان خورد و گران خوابید و مرد
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− | حکمران بگشایدش بندی اگر
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− | می نہد بر جان او بندی دگر
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− | سازد آئینی گرہ اندر گرہ
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− | گویدش می پوش ازین آئین زرہ
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− | ریز پیز قہر و کین بنمایدش
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− | بیم مرگ ناگہان افزایدش
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− | تا غلام از خویش گردد ناامید
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− | آرزو از سینہ گردد ناپدید
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− | '''ق'''
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− | گاہ او را خلعت زیبا دہد
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− | ہم زمام کار در دستش نہد
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− | مہرہ را شاطر ز کف بیرون جہاند
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− | بیذق خود را بہ فرزینی رساند
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− | نعمت امروز را شیداش کرد
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− | تا بہ معنی منکر فرداش کرد
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− | تن ستبر از مستی مہر ملوک
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− | جان پاک از لاغری مانند دوک
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− | گردد ار زار و زبون یک جان پاک
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− | بہ کہ گردد قریۂ تن ہا ہلاک
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− | بند بر پا نیست بر جان و دل است
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− | مشکل اندر مشکل اندر مشکل است
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