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− | ==در معنی اینکہ کمال حیات ملیہ این است==
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− | ===در معنی اینکہ کمال حیات ملیہ این است کہ ملت مثل فرد احساس خودی پیدا کند و تولید و تکمیل این احساس از ضبط روایات ملیہ ممکن گردد===
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− | کودکی را دیدی اے بالغ نظر<br>
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− | کو بود از معنی خود بے خبر<br>
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− | ناشناس دور و نزدیک آنچنان<br>
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− | ماہ را خواہد کہ بر گیرد عنان<br>
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− | از ہمہ بیگانہ آن مامک پرست<br>
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− | گریہ مست وشیر مست و خواب مست<br>
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− | زیر و بم را گوش او در گیر نیست<br>
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− | نغمہ اش جز شورش زنجیر نیست<br>
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− | سادہ و دوشیزہ افکارش ہنوز<br>
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− | چون گہر پاکیزہ گفتارش ہنوز<br>
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− | جستجو سرمایہ ی پندار او<br>
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− | از چرا، چون، کی، کجا، گفتار او<br>
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− | نقش گیر این و آن اندیشہ اش<br>
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− | غیر جوئی غیر بینی پیشہ اش<br>
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− | چشمش از دنبال اگر گیرد کسی<br>
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− | جان او آشفتہ می گردد بسی<br>
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− | فکر خامش در ہوای روزگار<br>
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− | پر گشا مانند باز نو شکار<br>
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− | در پی نخجیرہا بگذاردش<br>
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− | باز سوی خویشتن می آردش<br>
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− | تا ز آتشگیری افکار او<br>
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− | گل فشاند زرچک پندار او<br>
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− | چشم گیرایش فتد بر خویشتن<br>
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− | دستکی بر سینہ می گوید کہ من<br>
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− | یاد او با خود شناسایش کند<br>
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− | حفظ ربط دوش و فردایش کند<br>
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− | سفتہ ایامش درین تار زرند<br>
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− | ہمچو گوہر از پی یک دیگرند<br>
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− | گرچہ ہر دم کاہد، افزاید گلش<br>
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− | "من ہمانستم کہ بودم" در دلش<br>
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− | این "من" نو زادہ آغاز حیات<br>
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− | نغمۂ بیداری ساز حیات<br>
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− | ملت نوزادہ مثل طفلک است<br>
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− | طفلکی کو در کنار مامک است<br>
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− | طفلکی از خویشتن نا آگہی<br>
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− | گوھر آلودہ ئی خاک رہی<br>
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− | بستہ با امروز او فرداش نیست<br>
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− | حلقہ ہای روز و شب در پاس نیست<br>
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− | چشم ہستی را مثال مردم است<br>
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− | غیر را بینندہ و از خود گم است<br>
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− | صد گرہ از رشتۂ خود وا کند<br>
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− | تا سر تار خودی پیدا کند<br>
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− | گرم چون افتد بہ کار روزگار<br>
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− | این شعور تازہ گردد پایدار<br>
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− | نقشہا بردارد و اندازد او<br>
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− | سر گذشت خویش را می سازد او<br>
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− | فرد چون پیوند ایامش گسیخت<br>
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− | شانۂ ادراک او دندانہ ریخت<br>
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− | قوم روشن از سواد سر گذشت<br>
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− | خود شناس آمد ز یاد سر گذشت<br>
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− | سر گذشت او گر از یادش رود<br>
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− | باز اندر نیستی گم می شود<br>
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− | نسخۂ بود ترا اے ہوشمند<br>
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− | ربط ایام آمدہ شیرازہ بند<br>
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− | ربط ایام است ما را پیرہن<br>
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− | سوزنش حفظ روایات کہن<br>
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− | چیست تاریخ اے ز خود بیگانہ ئی<br>
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− | داستانی قصہ ئی افسانہ ئی<br>
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− | این ترا از خویشتن آگہ کند<br>
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− | آشنای کار و مرد رہ کند<br>
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− | روح را سرمایۂ تاب است این<br>
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− | جسم ملت را چو اعصاب است این<br>
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− | ہمچو خنجر بر فسانت می زند<br>
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− | باز بر روی جہانت می زند<br>
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− | وہ چہ ساز جان نگار و دلپذیر<br>
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− | نغمہ ہای رفتہ در تارش اسیر<br>
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− | شعلۂ افسردہ در سوزش نگر<br>
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− | دوش در آغوش امروزش نگر<br>
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− | شمع او بخت امم را کوکب است<br>
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− | روشن از وی امشب و ہم دیشب است<br>
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− | چشم پرکاری کا بیند رفتہ را<br>
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− | پیش تو باز آفریند رفتہ را<br>
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− | بادۂ صد سالہ در مینای او<br>
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− | مستی پارینہ در صہبای او<br>
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− | صید گیری کو بدام اندر کشید<br>
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− | طایری کز بوستان ما پرید<br>
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− | ضبط کن تاریخ را پایندہ شو<br>
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− | از نفسہای رمیدہ زندہ شو<br>
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− | دوش را پیوند با امروز کن<br>
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− | زندگی را مرغ دست آموز کن<br>
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− | رشتۂ ایام را آور بدست<br>
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− | ورنہ گردی روز کور و شب پرست<br>
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− | سر زند از ماضی تو حال تو<br>
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− | خیزد از حال تو استقبال تو<br>
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− | مشکن ار خواہی حیات لازوال<br>
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− | رشتۂ ماضی ز استقبال و حال<br>
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− | موج ادراک تسلسل زندگی است<br>
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− | می کشان را شور قلقل زندگی است<br>
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