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− | ==در معنی اینکہ بقای نوع از امومت است==
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− | ===در معنی اینکہ بقای نوع از امومت است و حفظ و احترام امومت اسلام است===
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− | نغمہ خیز از زخمۂ زن ساز مرد<br>
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− | از نیاز او دو بالا ناز مرد<br>
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− | پوشش عریانی مردان زن است<br>
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− | حسن دلجو عشق را پیراہن است<br>
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− | عشق حق پروردۂ آغوش او<br>
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− | این نوا از زخمۂ خاموش او<br>
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− | آنکہ نازد بر وجودش کائنات<br>
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− | ذکر او فرمود با طیب و صلوة<br>
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− | مسلمے کو را پرستارے شمرد<br>
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− | بہرہ ئی از حکمت قرآن نبرد<br>
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− | نیک اگر بینی امومت رحمت است<br>
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− | زانکہ او را با نبوت نسبت است<br>
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− | شفقت او شفقت پیغمبر است<br>
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− | سیرت اقوام را صورتگر است<br>
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− | از امومت پختہ تر تعمیر ما<br>
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− | در خط سیمای او تقدیر ما<br>
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− | ہست اگر فرہنگ تو معنی رسی<br>
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− | حرف امت نکتہ ہا دارد بسی<br>
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− | گفت آن مقصود حرف "کن فکان"<br>
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− | زیر پای امہات آمد جنان<br>
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− | ملت از تکریم ارحام است و بس<br>
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− | ورنہ کار زندگی خام است و بس<br>
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− | از امومت گرم رفتار حیات<br>
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− | از امومت کشف اسرار حیات<br>
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− | از امومت پیچ و تاب جوی ما<br>
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− | موج و گرداب و حباب جوی ما<br>
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− | آن دخ رستاق زادی جاہلی<br>
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− | پست بالای سطبری بد گلی<br>
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− | نا تراشی پرورش نادادہ ئی<br>
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− | کم نگاہی کم زبانی سادہ ئی<br>
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− | دل ز آلام امومت کردہ خون<br>
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− | گرد چشمش حلقہ ہای نیلگون<br>
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− | ملت ار گیرد ز آغوشش بدست<br>
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− | یک مسلمان غیور و حق پرست<br>
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− | ہستی ما محکم از آلام اوست<br>
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− | صبح ما عالم فروز از شام اوست<br>
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− | وان تہی آغوش نازک پیکری<br>
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− | خانہ پرورد نگاہش محشری<br>
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− | فکر او از تاب مغرب روشن است<br>
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− | ظاہرش زن باطن او نازن است<br>
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− | بندہای ملت بیضا گسیخت<br>
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− | تا ز چشمش عشوہ ہا حل کردہ ریخت<br>
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− | شوخ چشم و فتنہ زا آزادیش<br>
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− | از حیا نا آشنا آزادیش<br>
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− | علم او بار امومت بر نتافت<br>
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− | بر سر شامش یکی اختر نتافت<br>
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− | این گل از بستان ما نارستہ بہ<br>
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− | داغش از دامان ملت شستہ بہ<br>
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− | االہ گویان چو انجم بے شمار<br>
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− | بستہ چشم اندر ظلام روزگار<br>
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− | پا نبردہ از عدم بیرون ہنوز<br>
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− | از سواد کیف و کم بیرون ہنوز<br>
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− | مضمر اندر ظلمت موجود ما<br>
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− | آن تجلی ہای نامشہود ما<br>
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− | شبنمی بر برگ گل ننشستہ ئی<br>
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− | غنچہ ہائی از صبا نا خستہ ئی<br>
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− | بر دمد این لالہ زار ممکنات<br>
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− | از خیابان ریاض امہات<br>
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− | قوم را سرمایہ اے صاحب نظر<br>
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− | نیست از نقد و قماش و سیم و زر<br>
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− | مال او فرزند ہای تندرست<br>
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− | تر دماغ و سخت کوش و چاق و چست<br>
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− | حافظ رمز اخوت مادران<br>
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− | قوت قرآن و ملت مادران<br>
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